दलमा माई देवी स्थल (गुफा)
यहाँ दलमा देवी का गुफा हैं, जिसमें स्थानीय ग्रामीण शिव रात्रि पूजा, सावन पूजा एवं आशाढ़ी पूजा करने हेतु इकठा होते हैं। ऐसा विष्वास किया जाता हैं कि काफी पहले एक आदिवासी जोड़ा अपने 12 से 14 वर्शीय पुत्री, जिसका नाम दलमा था गुफा के पास जलावन इकठा कर रहे थे। इसी क्रम में उत्सुकतावष वे गुफा को देखने हेतु प्रवेष किए। जब वे गुफा से बाहर आए तो अपनी कुलहाड़ी जो गुफा में ही छुट गई थी, को लाने के लिए वे अपनी पुत्री दलमा को भेजे। पुत्री को लौेटने में देर होने पर वे वहाँ पुन गए एवं देखे की गुफा के अन्दर कुछ यात्री बैठ कर भोजन कर रहे थे एवं उनकी पुत्री दलमा उनके सामने खड़ी थी। दलमा के माता-पिता जब पुत्री को वापस आने के लिए पुकारे तो उसी समय गुफा बंद हो गया। काफी प्रयास करने पर भी वे गुफा को खोल नहीं सके। इस प्रकार उनकी पुत्री दलमा उस गुफा में ही रह गई, जिसके नाम पर उस पहाड़ी का नाम दलमा पड़ा तथा गुफा का नाम दलमा माई मंदिर के नाम से प्रसिद्व हुआ।